Stories Of Premchand
- Author: Vários
- Narrator: Vários
- Publisher: Podcast
- Duration: 584:15:37
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Informações:
Synopsis
Stories of Premchand narrated by various artists
Episodes
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Volga Se Ganga Part 9 | वोल्गा से गंगा भाग 9, राहुल सांकृत्यायन द्वारा लिखित ऐतिहासिक कहानी संग्रह
04/11/2024 Duration: 39minवोल्गा से गंगा (Volga Se Ganga) राहुल सांकृत्यायन द्वारा लिखित एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक उपन्यास है। इस पुस्तक में लेखक ने भारत और रूस की सभ्यताओं के विकास की यात्रा को दर्शाया है, जिसमें उन्होंने वोल्गा नदी से लेकर गंगा नदी तक की मानव सभ्यता की कहानी को कई कथाओं और पात्रों के माध्यम से प्रस्तुत किया है। यह उपन्यास मानव सभ्यता की उत्पत्ति, संघर्ष, बदलाव, और सांस्कृतिक विकास को दर्शाने वाला है, जिसमें आदिम समाज से लेकर आधुनिक युग तक की यात्रा को ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से चित्रित किया गया है। राहुल सांकृत्यायन ने अपने विशिष्ट भाषा शैली और गहन ऐतिहासिक अध्ययन से इस पुस्तक को न केवल भारत बल्कि विश्व साहित्य में भी एक खास स्थान दिलाया है। लेखक - राहुल सांकृत्यायन Writer - Rahul Sankrityayan स्वर - समीर गोस्वामी Narration - Sameer Goswami https://kahanisuno.com/ http://instagram.com/sameergoswami_kahanisuno/ https://www.facebook.com/kahanisuno/ http://twitter.com/goswamisameer/ https://sameergoswami.com #राहुलसांकृत्यायन#भारतीयइतिहास#हिन्दीसाहित्य#सभ्यता_की_यात्रा#सांस्कृतिक_विकास#इतिहास#संस्कृति#उपन्यास
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Volga Se Ganga Part 8 | वोल्गा से गंगा भाग 8, राहुल सांकृत्यायन द्वारा लिखित ऐतिहासिक कहानी संग्रह
03/11/2024 Duration: 34minवोल्गा से गंगा (Volga Se Ganga) राहुल सांकृत्यायन द्वारा लिखित एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक उपन्यास है। इस पुस्तक में लेखक ने भारत और रूस की सभ्यताओं के विकास की यात्रा को दर्शाया है, जिसमें उन्होंने वोल्गा नदी से लेकर गंगा नदी तक की मानव सभ्यता की कहानी को कई कथाओं और पात्रों के माध्यम से प्रस्तुत किया है। यह उपन्यास मानव सभ्यता की उत्पत्ति, संघर्ष, बदलाव, और सांस्कृतिक विकास को दर्शाने वाला है, जिसमें आदिम समाज से लेकर आधुनिक युग तक की यात्रा को ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से चित्रित किया गया है। राहुल सांकृत्यायन ने अपने विशिष्ट भाषा शैली और गहन ऐतिहासिक अध्ययन से इस पुस्तक को न केवल भारत बल्कि विश्व साहित्य में भी एक खास स्थान दिलाया है। लेखक - राहुल सांकृत्यायन Writer - Rahul Sankrityayan स्वर - समीर गोस्वामी Narration - Sameer Goswami https://kahanisuno.com/ http://instagram.com/sameergoswami_kahanisuno/ https://www.facebook.com/kahanisuno/ http://twitter.com/goswamisameer/ https://sameergoswami.com #राहुलसांकृत्यायन#भारतीयइतिहास#हिन्दीसाहित्य#सभ्यता_की_यात्रा#सांस्कृतिक_विकास#इतिहास#संस्कृति#उपन्यास
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Volga Se Ganga Part 7 | वोल्गा से गंगा भाग 7, राहुल सांकृत्यायन द्वारा लिखित ऐतिहासिक कहानी संग्रह
02/11/2024 Duration: 37minवोल्गा से गंगा (Volga Se Ganga) राहुल सांकृत्यायन द्वारा लिखित एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक उपन्यास है। इस पुस्तक में लेखक ने भारत और रूस की सभ्यताओं के विकास की यात्रा को दर्शाया है, जिसमें उन्होंने वोल्गा नदी से लेकर गंगा नदी तक की मानव सभ्यता की कहानी को कई कथाओं और पात्रों के माध्यम से प्रस्तुत किया है। यह उपन्यास मानव सभ्यता की उत्पत्ति, संघर्ष, बदलाव, और सांस्कृतिक विकास को दर्शाने वाला है, जिसमें आदिम समाज से लेकर आधुनिक युग तक की यात्रा को ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से चित्रित किया गया है। राहुल सांकृत्यायन ने अपने विशिष्ट भाषा शैली और गहन ऐतिहासिक अध्ययन से इस पुस्तक को न केवल भारत बल्कि विश्व साहित्य में भी एक खास स्थान दिलाया है। लेखक - राहुल सांकृत्यायन Writer - Rahul Sankrityayan स्वर - समीर गोस्वामी Narration - Sameer Goswami https://kahanisuno.com/ http://instagram.com/sameergoswami_kahanisuno/ https://www.facebook.com/kahanisuno/ http://twitter.com/goswamisameer/ https://sameergoswami.com #राहुलसांकृत्यायन#भारतीयइतिहास#हिन्दीसाहित्य#सभ्यता_की_यात्रा#सांस्कृतिक_विकास#इतिहास#संस्कृति#उपन्यास
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Volga Se Ganga Part 6 | वोल्गा से गंगा भाग 6, राहुल सांकृत्यायन द्वारा लिखित ऐतिहासिक कहानी संग्रह
01/11/2024 Duration: 36minवोल्गा से गंगा (Volga Se Ganga) राहुल सांकृत्यायन द्वारा लिखित एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक उपन्यास है। इस पुस्तक में लेखक ने भारत और रूस की सभ्यताओं के विकास की यात्रा को दर्शाया है, जिसमें उन्होंने वोल्गा नदी से लेकर गंगा नदी तक की मानव सभ्यता की कहानी को कई कथाओं और पात्रों के माध्यम से प्रस्तुत किया है। यह उपन्यास मानव सभ्यता की उत्पत्ति, संघर्ष, बदलाव, और सांस्कृतिक विकास को दर्शाने वाला है, जिसमें आदिम समाज से लेकर आधुनिक युग तक की यात्रा को ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से चित्रित किया गया है। राहुल सांकृत्यायन ने अपने विशिष्ट भाषा शैली और गहन ऐतिहासिक अध्ययन से इस पुस्तक को न केवल भारत बल्कि विश्व साहित्य में भी एक खास स्थान दिलाया है। लेखक - राहुल सांकृत्यायन Writer - Rahul Sankrityayan स्वर - समीर गोस्वामी Narration - Sameer Goswami https://kahanisuno.com/ http://instagram.com/sameergoswami_kahanisuno/ https://www.facebook.com/kahanisuno/ http://twitter.com/goswamisameer/ https://sameergoswami.com #राहुलसांकृत्यायन#भारतीयइतिहास#हिन्दीसाहित्य#सभ्यता_की_यात्रा#सांस्कृतिक_विकास#इतिहास#संस्कृति#उपन्यास
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Volga Se Ganga Part 5 | वोल्गा से गंगा भाग 5, राहुल सांकृत्यायन द्वारा लिखित ऐतिहासिक कहानी संग्रह
31/10/2024 Duration: 23minवोल्गा से गंगा (Volga Se Ganga) राहुल सांकृत्यायन द्वारा लिखित एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक उपन्यास है। इस पुस्तक में लेखक ने भारत और रूस की सभ्यताओं के विकास की यात्रा को दर्शाया है, जिसमें उन्होंने वोल्गा नदी से लेकर गंगा नदी तक की मानव सभ्यता की कहानी को कई कथाओं और पात्रों के माध्यम से प्रस्तुत किया है। यह उपन्यास मानव सभ्यता की उत्पत्ति, संघर्ष, बदलाव, और सांस्कृतिक विकास को दर्शाने वाला है, जिसमें आदिम समाज से लेकर आधुनिक युग तक की यात्रा को ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से चित्रित किया गया है। राहुल सांकृत्यायन ने अपने विशिष्ट भाषा शैली और गहन ऐतिहासिक अध्ययन से इस पुस्तक को न केवल भारत बल्कि विश्व साहित्य में भी एक खास स्थान दिलाया है। लेखक - राहुल सांकृत्यायन Writer - Rahul Sankrityayan स्वर - समीर गोस्वामी Narration - Sameer Goswami https://kahanisuno.com/ http://instagram.com/sameergoswami_kahanisuno/ https://www.facebook.com/kahanisuno/ http://twitter.com/goswamisameer/ https://sameergoswami.com #राहुलसांकृत्यायन#भारतीयइतिहास#हिन्दीसाहित्य#सभ्यता_की_यात्रा#सांस्कृतिक_विकास#इतिहास#संस्कृति#उपन्यास
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Volga Se Ganga Part 4 | वोल्गा से गंगा भाग 4, राहुल सांकृत्यायन द्वारा लिखित ऐतिहासिक कहानी संग्रह
30/10/2024 Duration: 43minवोल्गा से गंगा (Volga Se Ganga) राहुल सांकृत्यायन द्वारा लिखित एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक उपन्यास है। इस पुस्तक में लेखक ने भारत और रूस की सभ्यताओं के विकास की यात्रा को दर्शाया है, जिसमें उन्होंने वोल्गा नदी से लेकर गंगा नदी तक की मानव सभ्यता की कहानी को कई कथाओं और पात्रों के माध्यम से प्रस्तुत किया है। यह उपन्यास मानव सभ्यता की उत्पत्ति, संघर्ष, बदलाव, और सांस्कृतिक विकास को दर्शाने वाला है, जिसमें आदिम समाज से लेकर आधुनिक युग तक की यात्रा को ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से चित्रित किया गया है। राहुल सांकृत्यायन ने अपने विशिष्ट भाषा शैली और गहन ऐतिहासिक अध्ययन से इस पुस्तक को न केवल भारत बल्कि विश्व साहित्य में भी एक खास स्थान दिलाया है। लेखक - राहुल सांकृत्यायन Writer - Rahul Sankrityayan स्वर - समीर गोस्वामी Narration - Sameer Goswami https://kahanisuno.com/ http://instagram.com/sameergoswami_kahanisuno/ https://www.facebook.com/kahanisuno/ http://twitter.com/goswamisameer/ https://sameergoswami.com #राहुलसांकृत्यायन#भारतीयइतिहास#हिन्दीसाहित्य#सभ्यता_की_यात्रा#सांस्कृतिक_विकास#इतिहास#संस्कृति#उपन्यास
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Volga Se Ganga Part 3 | वोल्गा से गंगा भाग 3, राहुल सांकृत्यायन द्वारा लिखित ऐतिहासिक कहानी संग्रह
29/10/2024 Duration: 28minवोल्गा से गंगा (Volga Se Ganga) राहुल सांकृत्यायन द्वारा लिखित एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक उपन्यास है। इस पुस्तक में लेखक ने भारत और रूस की सभ्यताओं के विकास की यात्रा को दर्शाया है, जिसमें उन्होंने वोल्गा नदी से लेकर गंगा नदी तक की मानव सभ्यता की कहानी को कई कथाओं और पात्रों के माध्यम से प्रस्तुत किया है। यह उपन्यास मानव सभ्यता की उत्पत्ति, संघर्ष, बदलाव, और सांस्कृतिक विकास को दर्शाने वाला है, जिसमें आदिम समाज से लेकर आधुनिक युग तक की यात्रा को ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से चित्रित किया गया है। राहुल सांकृत्यायन ने अपने विशिष्ट भाषा शैली और गहन ऐतिहासिक अध्ययन से इस पुस्तक को न केवल भारत बल्कि विश्व साहित्य में भी एक खास स्थान दिलाया है। लेखक - राहुल सांकृत्यायन Writer - Rahul Sankrityayan स्वर - समीर गोस्वामी Narration - Sameer Goswami https://kahanisuno.com/ http://instagram.com/sameergoswami_kahanisuno/ https://www.facebook.com/kahanisuno/ http://twitter.com/goswamisameer/ https://sameergoswami.com #राहुलसांकृत्यायन#भारतीयइतिहास#हिन्दीसाहित्य#सभ्यता_की_यात्रा#सांस्कृतिक_विकास#इतिहास#संस्कृति#उपन्यास
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Volga Se Ganga Part 2 | वोल्गा से गंगा भाग 2, राहुल सांकृत्यायन द्वारा लिखित ऐतिहासिक कहानी संग्रह
28/10/2024 Duration: 35minवोल्गा से गंगा (Volga Se Ganga) राहुल सांकृत्यायन द्वारा लिखित एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक उपन्यास है। इस पुस्तक में लेखक ने भारत और रूस की सभ्यताओं के विकास की यात्रा को दर्शाया है, जिसमें उन्होंने वोल्गा नदी से लेकर गंगा नदी तक की मानव सभ्यता की कहानी को कई कथाओं और पात्रों के माध्यम से प्रस्तुत किया है। यह उपन्यास मानव सभ्यता की उत्पत्ति, संघर्ष, बदलाव, और सांस्कृतिक विकास को दर्शाने वाला है, जिसमें आदिम समाज से लेकर आधुनिक युग तक की यात्रा को ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से चित्रित किया गया है। राहुल सांकृत्यायन ने अपने विशिष्ट भाषा शैली और गहन ऐतिहासिक अध्ययन से इस पुस्तक को न केवल भारत बल्कि विश्व साहित्य में भी एक खास स्थान दिलाया है। लेखक - राहुल सांकृत्यायन Writer - Rahul Sankrityayan स्वर - समीर गोस्वामी Narration - Sameer Goswami https://kahanisuno.com/ http://instagram.com/sameergoswami_kahanisuno/ https://www.facebook.com/kahanisuno/ http://twitter.com/goswamisameer/ https://sameergoswami.com #राहुलसांकृत्यायन#भारतीयइतिहास#हिन्दीसाहित्य#सभ्यता_की_यात्रा#सांस्कृतिक_विकास#इतिहास#संस्कृति#उपन्यास#
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Volga Se Ganga Part 1 | वोल्गा से गंगा भाग 1, राहुल सांकृत्यायन द्वारा लिखित ऐतिहासिक कहानी संग्रह
27/10/2024 Duration: 36minवोल्गा से गंगा (Volga Se Ganga) राहुल सांकृत्यायन द्वारा लिखित एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक उपन्यास है। इस पुस्तक में लेखक ने भारत और रूस की सभ्यताओं के विकास की यात्रा को दर्शाया है, जिसमें उन्होंने वोल्गा नदी से लेकर गंगा नदी तक की मानव सभ्यता की कहानी को कई कथाओं और पात्रों के माध्यम से प्रस्तुत किया है। यह उपन्यास मानव सभ्यता की उत्पत्ति, संघर्ष, बदलाव, और सांस्कृतिक विकास को दर्शाने वाला है, जिसमें आदिम समाज से लेकर आधुनिक युग तक की यात्रा को ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से चित्रित किया गया है। राहुल सांकृत्यायन ने अपने विशिष्ट भाषा शैली और गहन ऐतिहासिक अध्ययन से इस पुस्तक को न केवल भारत बल्कि विश्व साहित्य में भी एक खास स्थान दिलाया है। #राहुलसांकृत्यायन #भारतीयइतिहास #हिन्दीसाहित्य #सभ्यता_की_यात्रा #सांस्कृतिक_विकास #इतिहास #संस्कृति #उपन्यास #प्राचीनसभ्यता #मानवसभ्यता #हिंदीपुस्तक #इतिहासिककथा #कहानी #भारतीयसंस्कृति
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Godan - Part 36 | गोदान | A Novel by Munshi Premchand
05/08/2024 Duration: 17minगोदान, प्रेमचंद का एक अविस्मरणीय उपन्यास है, जो भारतीय ग्रामीण जीवन की कठोर वास्तविकता, सामाजिक असमानता और मानवीय संघर्षों को बखूबी चित्रित करता है। इसकी कहानी होरी नामक एक गरीब किसान के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपनी जमीन को बचाने के लिए हताश प्रयास करता है। उपन्यास का मुख्य संघर्ष होरी की ज़मीन को बचाने की उसकी सख्त इच्छा से उपजता है। वह कर्ज से दबा हुआ है और जमींदार उसे लगातार परेशान करता है। अपनी साख बनाए रखने और खुद को इज्जतदार साबित करने के लिए, होरी किसी भी हद तक जाने को तैयार है। वह मेहनत करता है, कर्ज लेता है, और यहां तक कि अपनी बेटी की शादी भी देरी से कर देता है, बस उम्मीद है कि किसी तरह वो अपनी जमीन बचा सकेगा। लेकिन परिस्थितियां उसके खिलाफ साजिश करती हैं। जमींदार के दबाव, कर्ज के बोझ और अनिश्चितता के चलते, होरी को अंततः अपनी ज़मीन बेचनी पड़ती है। यह घटना उसे अंदर से तोड़ देती है। गोदान सिर्फ होरी की कहानी नहीं है, बल्कि पूरे भारतीय ग्रामीण समाज का दर्पण है। यह उपन्यास गरीबी, शोषण, और समाज की जड़ता को उजागर करता है। साथ ही, यह मानवीय संघर्ष, त्याग, और उम्मीद की कहानी भी बयां करता है। उपन्यास के
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Godan - Part 35 | गोदान | A Novel by Munshi Premchand
04/08/2024 Duration: 21minगोदान, प्रेमचंद का एक अविस्मरणीय उपन्यास है, जो भारतीय ग्रामीण जीवन की कठोर वास्तविकता, सामाजिक असमानता और मानवीय संघर्षों को बखूबी चित्रित करता है। इसकी कहानी होरी नामक एक गरीब किसान के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपनी जमीन को बचाने के लिए हताश प्रयास करता है। उपन्यास का मुख्य संघर्ष होरी की ज़मीन को बचाने की उसकी सख्त इच्छा से उपजता है। वह कर्ज से दबा हुआ है और जमींदार उसे लगातार परेशान करता है। अपनी साख बनाए रखने और खुद को इज्जतदार साबित करने के लिए, होरी किसी भी हद तक जाने को तैयार है। वह मेहनत करता है, कर्ज लेता है, और यहां तक कि अपनी बेटी की शादी भी देरी से कर देता है, बस उम्मीद है कि किसी तरह वो अपनी जमीन बचा सकेगा। लेकिन परिस्थितियां उसके खिलाफ साजिश करती हैं। जमींदार के दबाव, कर्ज के बोझ और अनिश्चितता के चलते, होरी को अंततः अपनी ज़मीन बेचनी पड़ती है। यह घटना उसे अंदर से तोड़ देती है। गोदान सिर्फ होरी की कहानी नहीं है, बल्कि पूरे भारतीय ग्रामीण समाज का दर्पण है। यह उपन्यास गरीबी, शोषण, और समाज की जड़ता को उजागर करता है। साथ ही, यह मानवीय संघर्ष, त्याग, और उम्मीद की कहानी भी बयां करता है। उपन्यास के
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Godan - Part 34 | गोदान | A Novel by Munshi Premchand
03/08/2024 Duration: 13minगोदान, प्रेमचंद का एक अविस्मरणीय उपन्यास है, जो भारतीय ग्रामीण जीवन की कठोर वास्तविकता, सामाजिक असमानता और मानवीय संघर्षों को बखूबी चित्रित करता है। इसकी कहानी होरी नामक एक गरीब किसान के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपनी जमीन को बचाने के लिए हताश प्रयास करता है। उपन्यास का मुख्य संघर्ष होरी की ज़मीन को बचाने की उसकी सख्त इच्छा से उपजता है। वह कर्ज से दबा हुआ है और जमींदार उसे लगातार परेशान करता है। अपनी साख बनाए रखने और खुद को इज्जतदार साबित करने के लिए, होरी किसी भी हद तक जाने को तैयार है। वह मेहनत करता है, कर्ज लेता है, और यहां तक कि अपनी बेटी की शादी भी देरी से कर देता है, बस उम्मीद है कि किसी तरह वो अपनी जमीन बचा सकेगा। लेकिन परिस्थितियां उसके खिलाफ साजिश करती हैं। जमींदार के दबाव, कर्ज के बोझ और अनिश्चितता के चलते, होरी को अंततः अपनी ज़मीन बेचनी पड़ती है। यह घटना उसे अंदर से तोड़ देती है। गोदान सिर्फ होरी की कहानी नहीं है, बल्कि पूरे भारतीय ग्रामीण समाज का दर्पण है। यह उपन्यास गरीबी, शोषण, और समाज की जड़ता को उजागर करता है। साथ ही, यह मानवीय संघर्ष, त्याग, और उम्मीद की कहानी भी बयां करता है। उपन्यास के
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Godan - Part 33 | गोदान | A Novel by Munshi Premchand
02/08/2024 Duration: 35minगोदान, प्रेमचंद का एक अविस्मरणीय उपन्यास है, जो भारतीय ग्रामीण जीवन की कठोर वास्तविकता, सामाजिक असमानता और मानवीय संघर्षों को बखूबी चित्रित करता है। इसकी कहानी होरी नामक एक गरीब किसान के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपनी जमीन को बचाने के लिए हताश प्रयास करता है। उपन्यास का मुख्य संघर्ष होरी की ज़मीन को बचाने की उसकी सख्त इच्छा से उपजता है। वह कर्ज से दबा हुआ है और जमींदार उसे लगातार परेशान करता है। अपनी साख बनाए रखने और खुद को इज्जतदार साबित करने के लिए, होरी किसी भी हद तक जाने को तैयार है। वह मेहनत करता है, कर्ज लेता है, और यहां तक कि अपनी बेटी की शादी भी देरी से कर देता है, बस उम्मीद है कि किसी तरह वो अपनी जमीन बचा सकेगा। लेकिन परिस्थितियां उसके खिलाफ साजिश करती हैं। जमींदार के दबाव, कर्ज के बोझ और अनिश्चितता के चलते, होरी को अंततः अपनी ज़मीन बेचनी पड़ती है। यह घटना उसे अंदर से तोड़ देती है। गोदान सिर्फ होरी की कहानी नहीं है, बल्कि पूरे भारतीय ग्रामीण समाज का दर्पण है। यह उपन्यास गरीबी, शोषण, और समाज की जड़ता को उजागर करता है। साथ ही, यह मानवीय संघर्ष, त्याग, और उम्मीद की कहानी भी बयां करता है। उपन्यास के
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Godan - Part 32 | गोदान | A Novel by Munshi Premchand
01/08/2024 Duration: 09minगोदान, प्रेमचंद का एक अविस्मरणीय उपन्यास है, जो भारतीय ग्रामीण जीवन की कठोर वास्तविकता, सामाजिक असमानता और मानवीय संघर्षों को बखूबी चित्रित करता है। इसकी कहानी होरी नामक एक गरीब किसान के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपनी जमीन को बचाने के लिए हताश प्रयास करता है। उपन्यास का मुख्य संघर्ष होरी की ज़मीन को बचाने की उसकी सख्त इच्छा से उपजता है। वह कर्ज से दबा हुआ है और जमींदार उसे लगातार परेशान करता है। अपनी साख बनाए रखने और खुद को इज्जतदार साबित करने के लिए, होरी किसी भी हद तक जाने को तैयार है। वह मेहनत करता है, कर्ज लेता है, और यहां तक कि अपनी बेटी की शादी भी देरी से कर देता है, बस उम्मीद है कि किसी तरह वो अपनी जमीन बचा सकेगा। लेकिन परिस्थितियां उसके खिलाफ साजिश करती हैं। जमींदार के दबाव, कर्ज के बोझ और अनिश्चितता के चलते, होरी को अंततः अपनी ज़मीन बेचनी पड़ती है। यह घटना उसे अंदर से तोड़ देती है। गोदान सिर्फ होरी की कहानी नहीं है, बल्कि पूरे भारतीय ग्रामीण समाज का दर्पण है। यह उपन्यास गरीबी, शोषण, और समाज की जड़ता को उजागर करता है। साथ ही, यह मानवीय संघर्ष, त्याग, और उम्मीद की कहानी भी बयां करता है। उपन्यास के
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Godan - Part 31 | गोदान | A Novel by Munshi Premchand
31/07/2024 Duration: 29minगोदान, प्रेमचंद का एक अविस्मरणीय उपन्यास है, जो भारतीय ग्रामीण जीवन की कठोर वास्तविकता, सामाजिक असमानता और मानवीय संघर्षों को बखूबी चित्रित करता है। इसकी कहानी होरी नामक एक गरीब किसान के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपनी जमीन को बचाने के लिए हताश प्रयास करता है। उपन्यास का मुख्य संघर्ष होरी की ज़मीन को बचाने की उसकी सख्त इच्छा से उपजता है। वह कर्ज से दबा हुआ है और जमींदार उसे लगातार परेशान करता है। अपनी साख बनाए रखने और खुद को इज्जतदार साबित करने के लिए, होरी किसी भी हद तक जाने को तैयार है। वह मेहनत करता है, कर्ज लेता है, और यहां तक कि अपनी बेटी की शादी भी देरी से कर देता है, बस उम्मीद है कि किसी तरह वो अपनी जमीन बचा सकेगा। लेकिन परिस्थितियां उसके खिलाफ साजिश करती हैं। जमींदार के दबाव, कर्ज के बोझ और अनिश्चितता के चलते, होरी को अंततः अपनी ज़मीन बेचनी पड़ती है। यह घटना उसे अंदर से तोड़ देती है। गोदान सिर्फ होरी की कहानी नहीं है, बल्कि पूरे भारतीय ग्रामीण समाज का दर्पण है। यह उपन्यास गरीबी, शोषण, और समाज की जड़ता को उजागर करता है। साथ ही, यह मानवीय संघर्ष, त्याग, और उम्मीद की कहानी भी बयां करता है। उपन्यास के
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Godan - Part 30 | गोदान | A Novel by Munshi Premchand
30/07/2024 Duration: 31minगोदान, प्रेमचंद का एक अविस्मरणीय उपन्यास है, जो भारतीय ग्रामीण जीवन की कठोर वास्तविकता, सामाजिक असमानता और मानवीय संघर्षों को बखूबी चित्रित करता है। इसकी कहानी होरी नामक एक गरीब किसान के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपनी जमीन को बचाने के लिए हताश प्रयास करता है। उपन्यास का मुख्य संघर्ष होरी की ज़मीन को बचाने की उसकी सख्त इच्छा से उपजता है। वह कर्ज से दबा हुआ है और जमींदार उसे लगातार परेशान करता है। अपनी साख बनाए रखने और खुद को इज्जतदार साबित करने के लिए, होरी किसी भी हद तक जाने को तैयार है। वह मेहनत करता है, कर्ज लेता है, और यहां तक कि अपनी बेटी की शादी भी देरी से कर देता है, बस उम्मीद है कि किसी तरह वो अपनी जमीन बचा सकेगा। लेकिन परिस्थितियां उसके खिलाफ साजिश करती हैं। जमींदार के दबाव, कर्ज के बोझ और अनिश्चितता के चलते, होरी को अंततः अपनी ज़मीन बेचनी पड़ती है। यह घटना उसे अंदर से तोड़ देती है। गोदान सिर्फ होरी की कहानी नहीं है, बल्कि पूरे भारतीय ग्रामीण समाज का दर्पण है। यह उपन्यास गरीबी, शोषण, और समाज की जड़ता को उजागर करता है। साथ ही, यह मानवीय संघर्ष, त्याग, और उम्मीद की कहानी भी बयां करता है। उपन्यास के
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Godan - Part 29 | गोदान | A Novel by Munshi Premchand
29/07/2024 Duration: 29minगोदान, प्रेमचंद का एक अविस्मरणीय उपन्यास है, जो भारतीय ग्रामीण जीवन की कठोर वास्तविकता, सामाजिक असमानता और मानवीय संघर्षों को बखूबी चित्रित करता है। इसकी कहानी होरी नामक एक गरीब किसान के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपनी जमीन को बचाने के लिए हताश प्रयास करता है। उपन्यास का मुख्य संघर्ष होरी की ज़मीन को बचाने की उसकी सख्त इच्छा से उपजता है। वह कर्ज से दबा हुआ है और जमींदार उसे लगातार परेशान करता है। अपनी साख बनाए रखने और खुद को इज्जतदार साबित करने के लिए, होरी किसी भी हद तक जाने को तैयार है। वह मेहनत करता है, कर्ज लेता है, और यहां तक कि अपनी बेटी की शादी भी देरी से कर देता है, बस उम्मीद है कि किसी तरह वो अपनी जमीन बचा सकेगा। लेकिन परिस्थितियां उसके खिलाफ साजिश करती हैं। जमींदार के दबाव, कर्ज के बोझ और अनिश्चितता के चलते, होरी को अंततः अपनी ज़मीन बेचनी पड़ती है। यह घटना उसे अंदर से तोड़ देती है। गोदान सिर्फ होरी की कहानी नहीं है, बल्कि पूरे भारतीय ग्रामीण समाज का दर्पण है। यह उपन्यास गरीबी, शोषण, और समाज की जड़ता को उजागर करता है। साथ ही, यह मानवीय संघर्ष, त्याग, और उम्मीद की कहानी भी बयां करता है। उपन्यास के
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Godan - Part 28 | गोदान | A Novel by Munshi Premchand
28/07/2024 Duration: 23minगोदान, प्रेमचंद का एक अविस्मरणीय उपन्यास है, जो भारतीय ग्रामीण जीवन की कठोर वास्तविकता, सामाजिक असमानता और मानवीय संघर्षों को बखूबी चित्रित करता है। इसकी कहानी होरी नामक एक गरीब किसान के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपनी जमीन को बचाने के लिए हताश प्रयास करता है। उपन्यास का मुख्य संघर्ष होरी की ज़मीन को बचाने की उसकी सख्त इच्छा से उपजता है। वह कर्ज से दबा हुआ है और जमींदार उसे लगातार परेशान करता है। अपनी साख बनाए रखने और खुद को इज्जतदार साबित करने के लिए, होरी किसी भी हद तक जाने को तैयार है। वह मेहनत करता है, कर्ज लेता है, और यहां तक कि अपनी बेटी की शादी भी देरी से कर देता है, बस उम्मीद है कि किसी तरह वो अपनी जमीन बचा सकेगा। लेकिन परिस्थितियां उसके खिलाफ साजिश करती हैं। जमींदार के दबाव, कर्ज के बोझ और अनिश्चितता के चलते, होरी को अंततः अपनी ज़मीन बेचनी पड़ती है। यह घटना उसे अंदर से तोड़ देती है। गोदान सिर्फ होरी की कहानी नहीं है, बल्कि पूरे भारतीय ग्रामीण समाज का दर्पण है। यह उपन्यास गरीबी, शोषण, और समाज की जड़ता को उजागर करता है। साथ ही, यह मानवीय संघर्ष, त्याग, और उम्मीद की कहानी भी बयां करता है। उपन्यास के
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Godan - Part 27 | गोदान | A Novel by Munshi Premchand
27/07/2024 Duration: 32minगोदान, प्रेमचंद का एक अविस्मरणीय उपन्यास है, जो भारतीय ग्रामीण जीवन की कठोर वास्तविकता, सामाजिक असमानता और मानवीय संघर्षों को बखूबी चित्रित करता है। इसकी कहानी होरी नामक एक गरीब किसान के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपनी जमीन को बचाने के लिए हताश प्रयास करता है। उपन्यास का मुख्य संघर्ष होरी की ज़मीन को बचाने की उसकी सख्त इच्छा से उपजता है। वह कर्ज से दबा हुआ है और जमींदार उसे लगातार परेशान करता है। अपनी साख बनाए रखने और खुद को इज्जतदार साबित करने के लिए, होरी किसी भी हद तक जाने को तैयार है। वह मेहनत करता है, कर्ज लेता है, और यहां तक कि अपनी बेटी की शादी भी देरी से कर देता है, बस उम्मीद है कि किसी तरह वो अपनी जमीन बचा सकेगा। लेकिन परिस्थितियां उसके खिलाफ साजिश करती हैं। जमींदार के दबाव, कर्ज के बोझ और अनिश्चितता के चलते, होरी को अंततः अपनी ज़मीन बेचनी पड़ती है। यह घटना उसे अंदर से तोड़ देती है। गोदान सिर्फ होरी की कहानी नहीं है, बल्कि पूरे भारतीय ग्रामीण समाज का दर्पण है। यह उपन्यास गरीबी, शोषण, और समाज की जड़ता को उजागर करता है। साथ ही, यह मानवीय संघर्ष, त्याग, और उम्मीद की कहानी भी बयां करता है। उपन्यास के
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Godan - Part 26 | गोदान | A Novel by Munshi Premchand
26/07/2024 Duration: 12minगोदान, प्रेमचंद का एक अविस्मरणीय उपन्यास है, जो भारतीय ग्रामीण जीवन की कठोर वास्तविकता, सामाजिक असमानता और मानवीय संघर्षों को बखूबी चित्रित करता है। इसकी कहानी होरी नामक एक गरीब किसान के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपनी जमीन को बचाने के लिए हताश प्रयास करता है। उपन्यास का मुख्य संघर्ष होरी की ज़मीन को बचाने की उसकी सख्त इच्छा से उपजता है। वह कर्ज से दबा हुआ है और जमींदार उसे लगातार परेशान करता है। अपनी साख बनाए रखने और खुद को इज्जतदार साबित करने के लिए, होरी किसी भी हद तक जाने को तैयार है। वह मेहनत करता है, कर्ज लेता है, और यहां तक कि अपनी बेटी की शादी भी देरी से कर देता है, बस उम्मीद है कि किसी तरह वो अपनी जमीन बचा सकेगा। लेकिन परिस्थितियां उसके खिलाफ साजिश करती हैं। जमींदार के दबाव, कर्ज के बोझ और अनिश्चितता के चलते, होरी को अंततः अपनी ज़मीन बेचनी पड़ती है। यह घटना उसे अंदर से तोड़ देती है। गोदान सिर्फ होरी की कहानी नहीं है, बल्कि पूरे भारतीय ग्रामीण समाज का दर्पण है। यह उपन्यास गरीबी, शोषण, और समाज की जड़ता को उजागर करता है। साथ ही, यह मानवीय संघर्ष, त्याग, और उम्मीद की कहानी भी बयां करता है। उपन्यास के